Thursday, December 6, 2018

फाइटर जेट और सुपरकारों के साथ बाइक की रेस, जानें फिर क्या हुआ

तुर्की ने हाल ही में अपने टेक्नोफेस्ट इस्ताम्बुल एयरोस्पेस और टेक्नोलॉजी फेस्टिवल को सेलिब्रेट किया. इस फेस्टिवल में अलग-अलग इवेंट्स के लिए भारी संख्या में दर्शक भी आए थे. इस दौरान यहां एक ड्रैग रेस का भी आयोजन किया गया था. इस इवेंट का आयोजन तुर्की के इस्ताम्बुल शहर में नए खुले हवाई अड्डे पर किया गया था.

इस ड्रैग रेस में जो प्रतिभागी थे वे काफी अलग-अलग थे. इसमें रेडबुल रेसिंग फॉर्मूला वन टीम की F1 कार, Kawasaki Ninja H2R, टर्किश एयर फोर्स का F-16 और चैंलेजर 605 प्राइवेट जेट प्रतिभागी के रूप में शामिल थे. इस ड्रैग रेस का वीडियो ग्लोबल न्यूज के हवाले से आया है.

यानी इस रेस में जेट प्लेन से लेकर दुनिया ताकतवर कारों के साथ कावासाकी की बाइक भी उतरी थी. जो नतीजा आया वो बेहद चौंकाने वाला था. F1 की कमान रेडबुल के रेसिंग टेस्ट ड्राइवर जैक डेनिश के हाथों में थी. तो दूसरी तरफ Kawasaki Ninja H2R को पांच बार सुपरस्पोर्ट वर्ल्ड चैंपियन रहे Kenan Sofuoglu चला रहे थे.

इस ड्रैग रेस में कुछ रोड-लीगल कारें जैसे टेस्ला मॉडल S P100DL, एक Lotus Evora GT430 और नई Aston Martin Vantage भी मौजूद थीं. यहां एक रनवे पर प्राइवेट जेट मौजूद था तो दूसरे में F-16. बाकी तीसरे रनवे में बाकी सारी गाड़ियां मौजूद थीं. 

इसके बाद रेस की शुरुआत हुई. शुरू में F1 कार और Ninja H2R लगभग आगे-पीछे चल रही थीं. लेकिन अंत में बाजी कावासाकी की Ninja H2R ने मार ली.

कावासाकी Ninja H2R ने लाइन क्रॉस करने में 9.43 सेकेंड्स का वक्त लिया. ये बाइक F1 से केवल 0.04 सेकेंड्स से आगे थी. वहीं तीसरे नंबर पर F-16 फाइटर जेट ने अपनी जगह बनाई. यानी इस बेहद रोचक मुकाबले में बाइक ने ताकतवर कारों और फाइटर प्लेन को पछाड़ दिया.

इस ड्रैग रेस में नंबर 1 पर जगह बनाने वाली इस बाइक के इंजन की बात करें तो ये 998cc इन-लाइन फोर-सिलिंडर सुपरचार्ज्ड इंजन के साथ आती है. ये इंजन 305bhp का पावर और 165Nm का पिक टॉर्क जेनरेट करता है.

Thursday, November 29, 2018

पंचायत आजतक: जावडेकर बोले- वाड्रा के खिलाफ हैं सारे सबूत, विश्वास है होगी कार्रवाई

केंद्र की मोदी सरकार पर अक्सर यह आरोप लगता है कि गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा पर भ्रष्टाचार के सिर्फ आरोप लगते हैं लेकिन कार्रवाई नहीं होती. इस आरोप पर जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि वाड्रा के खिलाफ सारे सबूत हैं और उन्हें विश्वास है कि उनपर कार्रवाई होगी.

राजस्थान में लगे पंचायत आजतक के महामंच से बोलते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा ने राजस्थान में अपने मित्रों के साथ मिलकर जितनी जमीन हड़पी है और सस्ते में लेकर महंगे में बेची है सबके सबूत हैं. वाड्रा ने जो भी किया उसकी जांच प्रवर्तन निदेशालय कर रहा है और मुझे विश्वास है कि उनपर कार्रवाई होगी.

इस सवाल पर कि सरकार के साढ़े चार साल से ऊपर हो गए फिर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई, के जवाब में प्रकाश जावडेकर ने कहा कि हम रातों रात किसी को उठाकर जेल नहीं भेजते. पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम का जिक्र करते हुए जावडेकर ने कहा कि उनके खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए सीबीआई को सरकार की तरफ से क्लियरेंस मिल गई है. कानून अपना काम करेगा.

देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी सीबीआई में छिड़े विवाद पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि दो शीर्ष अधिकारियों में आरोप प्रत्यारोप एक दुखद अध्याय था, इसलिए सरकार को दोनों के खिलाफ कदम उठाना पड़ा. उन्होंने कहा कि सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा द्वारा लगाए गए आरोप पर सुप्रीम कोर्ट फैसला करेगा, सरकार का इसमें कोई दखल नहीं है.

वाड्रा का क्यों छिड़ा जिक्र?

गौरतलब है कि बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज (एमएफएफआर) जमीन घोटाला मामले में गांधी परिवार के दामाद रॉबर्ट वाड्रा की जमीन को पहले ही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जब्त कर चुकी है. वहीं इस मामले में मुख्य आरोपी और जमीन के मुख्य दलाल जयप्रकाश बांगड़वा की गिरफ्तारी भी हो चुकी है.

चुनावी ‘जंग’ में जीत के लिए सभी दल हर पैंतरा अपना रहे हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजस्थान में प्रचार के दौरान बजरंगबली को दलित बता दिया. उनके इस बयान पर राजस्थान ब्राह्मण सभा ने त्यौरियां चढ़ा ली हैं. ब्राह्मण सभा ने हनुमान जी को जाति में बांटने का आरोप लगाते हुए योगी आदित्यनाथ को कानूनी नोटिस भेजा है.

बीजेपी ने पल्ला झाड़ा, कांग्रेस ने घेरा

इधर बीजेपी ने योगी के हनुमान की जाति पर दिए बयान से किनारा कर लिया. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने इस संबंध में सवाल पूछे जाने पर गोल-मोल जवाब देते हुए कहा कि ये तो उन्होंने कांग्रेस को जवाब देने के लिए कहा होगा. वहीं कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि ये लोग वोट के लिए जाति को भी नही छोड़ते हैं.

बजरंगबली को कहा था दलित, वनवासी

गौरतलब है कि अलवर जिले के मालाखेड़ा में एक सभा को संबोधित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने बजरंगबली को दलित, वनवासी, गिरवासी और वंचित करार दिया. योगी ने कहा कि बजरंगबली एक ऐसे लोक देवता हैं जो स्वयं वनवासी हैं, गिर वासी हैं, दलित हैं और वंचित हैं.

योगी ने अलवर जिले में कांग्रेस पर लगातार हमला बोला और जातिगत वोट बैंक को साधने की कोशिश की. उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर हमला बोलते हुए देवी-देवताओं और हिंदुत्व के एजेंडे को भी लोगों के बीच रखा.

Sunday, October 21, 2018

जलवायु परिवर्तन के चलते पिघल रही आर्कटिक की बर्फ, शहर में घुस रहे ध्रुवीय भालू

मॉस्को. रूस के पूर्व में स्थित तटीय शहर डिक्सन में इस समय ध्रुवीय भालुओं का आतंक फैला है। दरअसल, जलवायु परिवर्तन की वजह से आर्कटिक में बड़े स्तर पर बर्फ पिघल रही है। ऐसे में करीब 6 भालू बर्फीले क्षेत्र से शहरी इलाकों में घुस गए हैं। इन भूखे शिकारी भालुओं की वजह से शहर के करीब 500 निवासी अपने घरों से बाहर निकलने में डर रहे हैं।

रूस के टेलीविजन चैनलों में फिलहाल इन भालुओं का आतंक चर्चा का मुद्दा बना है। हाल ही में सोशल मीडिया में कुछ वीडियो क्लिप वायरल हुई हैं, जिनमें लोगों को इस खूंखार जानवर का सामना करते देखा गया। अधिकारियों ने 600 किलो वजनी और 40 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ सकने वाले भालुओं से लोगों को बचने की सलाह दी है।

बर्फबारी न होने तक खतरा रहेगा

जानकारों के मुताबिक, ध्रुवीय भालुओं का खतरा तब तक रहेगा, जब तक फिर से आर्कटिक में बर्फबारी नहीं होती। यानी नवंबर के अंत तक शहर वालों को कोई राहत नहीं होगी। इसी हफ्ते वन अधिकारियों ने घरों और दुकानों में घुसने की कोशिश करते एक वयस्क भालू को कैद कर क्रास्नोयास्क शहर के चिड़ियाघर भेजा।

रूस के प्राकृतिक संसाधन मंत्री एलेक्जेंडर कोरोब्किन के मुताबिक, आमतौर पर ध्रुवीय भालू जहां भी खाना देखते हैं, जमावड़ा लगा लेते हैं। असल में यह जानवर हमेशा ही भूखे रहते हैं। इंसानी खाना भी इन्हें काफी पसंद आता है। इसीलिए ये किसी घर के बाहर जुट जाते हैं और लंबे समय तक वहीं रहते हैं। यह अपने आसपास के इलाकों में भी किसी को आने-जाने नहीं देते।”

बर्फ पर ही ज्यादातर समय बिताते हैं
ध्रुवीय भालू आमतौर पर समुद्र की बर्फ में रहना पसंद करते हैं। हालांकि, लगातार बढ़ती इंसानी गतिविधियों, पिघलती बर्फ और शिकार की वजह से उनके रहने की जगह काफी कम पड़ रही है। इस साल भी शहर में आतंक मचाने वाले 6 भालू बर्फ की पिघलती एक चादर से दूसरे पर नहीं जा पाए और शहर में घुसने लगे। 

ध्रुवीय भालुओं के बारे में जानकारी रखने वाली इल्या मोर्दविन्सटेव ने अंग्रेजी अखबार ‘द टेलीग्राफ’ को बताया कि उन्होंने सभी भालुओं के गले पर एक ट्रैकिंग डिवाइस लगा दिया है, ताकि बदलते तापमान के साथ उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके।

शहर में जल्द लगाए जा सकते हैं भालुओं के लिए बेबी बॉक्स
मोर्दविन्सटेव के मुताबिक, उनकी टीम शहर के कई हिस्सों में बेबी बॉक्स लगा सकते हैं, जिसमें दूध और मांस रखा जाएगा, ताकि लोगों से भालुओं का आमना-सामना ना हो। इससे भालुओं को इंसानी खाने की आदत नहीं पड़ेगी और उन्हें पकड़ने के लिए बेहोशी के इंजेक्शन का इस्तेमाल भी नहीं करना पड़ेगा। 

रूस ने आर्कटिक क्षेत्र में शुरू किए हैं प्रोजेक्ट्स
रूस बीते काफी समय से आर्कटिक में इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने में जुटा है। हाल ही में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चीन के साथ आर्कटिक के नए व्यापार मार्ग पर निर्माण कार्य शुरू कराए। इसके अलावा निजी गैस उत्पादन कंपनी नोवाटेक ने भी पिछले हफ्ते आर्कटिक में गैस फील्ड मिलने की बात कही थी। इसके चलते पूरे महासागर के पर्यावरण को गहरा नुकसान पहुंचने की आशंका है।

फाइटर जेट और सुपरकारों के साथ बाइक की रेस, जानें फिर क्या हुआ

तुर्की ने हाल ही में अपने टेक्नोफेस्ट इस्ताम्बुल एयरोस्पेस और टेक्नोलॉजी फेस्टिवल को सेलिब्रेट किया. इस फेस्टिवल में अलग-अलग इवेंट्स के लिए...